वैज्ञानिक नवाचारों से ही भारत 2047 तक विकसित देशों की श्रेणी में आएगा: आशीष कोहली

प्रतियोगिता में प्रदेशभर के 37 नन्हें वैज्ञानिकों ने भाग लिया। इन बाल वैज्ञानिकों में से 5 बाल वैज्ञानिकों का चयन राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए किया गया।

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सोलन : हिमाचल प्रदेश के स्कूल शिक्षा निदेशक आशीष कोहली ने कहा कि वैज्ञानिक नवाचारों से भारत देश 2047 तक विकसित देशों की श्रेणी में आएगा। उन्होंने कहा कि विकसित देश वैज्ञानिक नवाचारों से ही विकसित हुए हैं। विकसित देशों की तुलना में विकासशील देशों में साइंस इनोवेशन में पीछे है।

कोहली वीरवार को यहां की शूलिनी यूनिवर्सिटी के टाटा हॉल में एससीईआरटी सोलन की ओर से आयोजित 12वीं राज्यस्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी एवं प्रोजेक्ट कंपीटीशन के समापन अवसर पर बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि यदि हमारा युवा वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देगा तो हमारा प्रदेश व देश सफलता की नई ऊंचाइयों को छुएगा। इस विज्ञान प्रदर्शनी में लड़कियों की भागीदारी पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि आज लड़कियां हर क्षेत्र में पुरूष के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी हैं। उन्होंने कहा कि जेएंडके में चिनाब नदी पर बने सबसे ऊंचे पुल को भी एक महिला ने ही डिजाइन किया। जापान के सकूरा प्रोग्राम के लिए हिमाचल प्रदेश के ऊना की लडक़ी साक्षी भारद्वाज का चयन हुआ है,जो हम सभी के लिए गर्व की बात है।

इस मौके पर एससीईआरटी सोलन की प्रिंसिपल प्रो. रजनी सांख्यान, इंसाप्यर मानक स्कीम की स्टेट नोडल ऑफिसर प्रो. रंजना शर्मा, इंस्पायर सेल के डॉ. रामगोपाल शर्मा, मंगेश ठाकुर, दिव्या शर्मा, राखी नेगी, संजीव गुप्ता, मोनिका, वंदना,हितेश, गौरव जोशी,रवि कुमार व समर ठाकुर समेत अन्य मौजूद रहे।

5 नन्हे वैज्ञानिकों का राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए चयन
इंस्पायर अवार्ड मानक स्कीम की स्टेट नोडल ऑफिसर प्रो. रंजना ने बताया कि इस मौके पर निर्णायक ने 5 मॉडल का चयन राष्ट्रीय विज्ञान प्रदर्शनी एवं प्रोजेक्ट कंपीटीशन के लिए किया गया है। प्रतियोगिता में प्रदेशभर के 37 नन्हें वैज्ञानिकों ने भाग लिया। इन बाल वैज्ञानिकों में से 5 बाल वैज्ञानिकों का चयन राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए किया गया।

इनमें जिला हमीरपुर की रावमापा डिडवीं के वंश कुमार (एडजस्टेबल फोल्डिंग फ्लैग), जिला कांगड़ा की रावमापा धाटी की श्रुति पंडित (स्मार्ट पेस्टिसाइड स्प्रेयर रोबोट), जिला सोलन की रावमापा कनाह के उमेश (रिमोडिफिकेशन आफ फ्लश बॉक्स), जिला ऊना की रावमापा घनारी के वंश कुमार (सेफ हैंड मशीन कटिंग वुड) और जिला ऊना के रॉकफोर्ड पब्लिक स्कूल ऊना की एकमजोत कौर (मल्टी टास्क मशीन) शामिल हैं।