प्राइमरी स्कूल संदड़ाह को बंद करने पर भड़के अभिभावक, बोले- बच्चों को 3 से 4 किमी दूर कैसे भेजें स्कूल, जंगल का रास्ता, हर समय तेंदुए का खौफ

ग्रामीणों ने गांव से दूसरे स्कूल की दूरी की उस रिपोर्ट पर भी सवाल उठाए, जिसमें इसे महज 2 किलोमीटर दर्शाया गया। आरोप ये भी है कि जब ग्रामीणों ने दूरी की रिपोर्ट का विरोध किया तो बाद में इसे 3 किलोमीटर भी दिखाया गया।

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नाहन में डीसी सिरमौर से मिलने जाता संदड़ाह गांव का प्रतिनिधिमंडल।

नाहन : शिक्षा खंड ददाहू के तहत आने वाले प्राइमरी स्कूल संदड़ाह को बंद करने पर अभिभावकों समेत गांव के लोगों में भारी रोष पनपा हुआ है। इस सिलसिले में शुक्रवार को ग्रामीणों का एक प्रतिनिधमंडल डीसी सिरमौर प्रियंका वर्मा और शिक्षा उपनिदेशक एलीमेंट्री राजीव ठाकुर से नाहन में मिला।

प्रशासन समेत विभाग को सौंपे ज्ञापन में ग्रामीणों ने कहा कि सरकार की अधिसूचना के बाद विद्यार्थियों की कम संख्या वाले स्कूलों में बंद किया जा रहा है। इसमें संदड़ाह स्कूल भी शामिल है, जहां मौजूदा समय में 5 बच्चे पढ़ रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा कि इस गांव से दूसरे स्कूल (बगड़) की दूरी 3 किलोमीटर से ज्यादा है।

ग्रामीणों ने गांव से दूसरे स्कूल की दूरी की उस रिपोर्ट पर भी सवाल उठाए, जिसमें इसे महज 2 किलोमीटर दर्शाया गया। आरोप ये भी है कि जब ग्रामीणों ने दूरी की रिपोर्ट का विरोध किया तो बाद में इसे 3 किलोमीटर भी दिखाया गया।

वार्ड सदस्य राम कुमार  शर्मा, सुनीता शर्मा, जगदीश शर्मा, राजेंद्र शर्मा, बिमला देवी, सावित्री, जगदीश, राजेंद्र चौहान, सुरेश शर्मा, बाबूराम आदि ने कहा कि जंगल के रास्ते से अभिभावक अपने बच्चों को कैसे स्कूल भेजेंगे।

यही नहीं गांव में इन दिनों तेंदुए का भी आतंक है, जो ग्रामीणों के मवेशियों को अपना शिकार बना चुका है। इन परिस्थितियों में छोटे-छोटे बच्चों को दूसरे स्कूल में भेजना उनकी जान को खतरे में डालने जैसा है। उन्होंने कहा कि गांव से दूसरे स्कूल की दूरी की शर्त को नजरअंदाज किया गया है।

उन्होंने कहा कि SMC ने 18 सितंबर 2024 को भी BEEO ददाहू को भी इसका प्रस्ताव भेजा था, जो उन्होंने 20 सितंबर 2024 को शिक्षा उपनिदेशक को भेजा। इसके बावजूद किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई। उन्होंने कहा कि इस स्कूल में भले ही अभी 5 बच्चे पढ़ रहे हैं, लेकिन गांव में ऐसे कई बच्चे भी हैं, जो अब 6 वर्ष के होने वाले हैं।

ऐसे में इस स्कूल में बच्चों की संख्या में वृद्धि होगी। उन्होंने शिक्षा विभाग के उपनिदेशक से स्कूल को बंद न करने की गुहार लगाई। साथ ही विभाग को दी गई दूरी की रिपोर्ट की दोबारा जांच करवाने की भी मांग उठाई।

उधर, शिक्षा उपनिदेशक राजीव ठाकुर ने ग्रामीणों की बात को गंभीरता से सुना और तत्काल BEEO को संदड़ाह से बगड़ स्कूल की वास्तविक दूरी की जांच करने और फिर इसकी रिपोर्ट प्रेषित करने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि जब तक दूरी की वास्तविक रिपोर्ट नहीं मिलती, तब तक अभिभावक अपने बच्चों को दूसरे स्कूल में भेजें, ताकि उनका भविष्य खराब न हो। इस संबंध में जल्द आवश्यक कार्रवाई होगी। उन्होंने ये भी आश्वासन दिया कि स्कूल का कोई भी सामान दूसरे स्कूल में शिफ्ट नहीं किया जाएगा।