कालाअंब: हरियाणा की सीमा से सटे हिमाचल के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब में अवैध खनन का धंधा जोरों से फल-फूल रहा है. यहां धरती मां का सीना छलनी कर हजारों टन मिनरल की हरियाणा में तस्करी हो रही है. बड़ा सवाल ये उठ रहा है कि आखिर ये अवैध कारोबार किसके इशारे पर चल रहा है. हैरानी इस बात की है कि अवैध खनन पर कार्रवाई के लिए एक दर्जन के करीब विभाग अधिकृत हैं, लेकिन क्यों कोई इन खनन माफियाओं पर हाथ नहीं डाल रहा. इससे सरकारी विभागों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं.
हरियाणा में सख्ती के बाद हिमाचल का रुख
बता दें कि हरियाणा में नायब सिंह सैनी की सरकार बनते ही स्टोन क्रेशर और अवैध खनन पर पूरी तरह शिकंजा कसा गया है. हरियाणा में अचानक बंद हुए इस कारोबार के बाद माफिया ने हिमाचल बॉर्डर का रुख कर लिया. राजनीतिक रसूख और पैसे के दम पर माफिया सिंडिकेट ने जबरदस्त खेल खेला. इस बात की पुष्टि इसलिए भी हो जाती है कि जिस क्षेत्र में यह अवैध खनन हो रहा है, वहां से हिमाचल और हरियाणा के बीच में एंट्री बैरियर भी लगा हुआ है.
क्रैशर में भी पहुंच रहा मैटेरियल
बताया जा रहा है कि इस अवैध कारोबार के कर्ता-धर्ता हिमाचल के साथ लगते हरियाणा के एक गांव के रहने वाले हैं, जिनका एक सहयोगी सुकेती का रहने वाला है. बताया ये भी जा रहा है कि यहां से माइनिंग मैटेरियल क्रैशर को भी पहुंचता है, जो हरियाणा में यमुनानगर रोड पर है. हिमाचल के जिस क्षेत्र से यह अवैध खनन किया जा रहा है, यहां से लाखों टन मिट्टी और पत्थर हरियाणा में सड़क निर्माण के लिए भी पहुंचाया गया, जिसकी कीमत करोड़ों में आंकी गई है.
पुलिस की पैनी नजर, पूरी तरह बंद करेंगे ये करोबार
कालाअंब थाना के एसएचओ कुलवंत सिंह ने कहा कि उनकी टीम ने हाल ही में इसी क्षेत्र से अवैध खनन से भरे हुए ट्रक और पोकलैंड को सीज किया था. उन्होंने बताया कि जैसे ही उन्हें अवैध खनन का इनपुट मिलता है, वह आधी रात को भी छापा मारने मौके पर पहुंचते हैं. यह माफिया बड़े ही संयोजित तरीके से काम करता है. उन्होंने कहा कि पुलिस इन माफियाओं के हथकंडों को हर तरह से क्रैक करने में जुटी है. क्षेत्र से अवैध खनन का कार्य पूरी तरह से बंद करवाया जाएगा.