पांवटा साहिब : चाइल्ड हेल्पलाइन सिरमौर ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय रामपुर भारापुर में एक विशेष जागरूकता शिविर का आयोजन किया। शिविर का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को उनके अधिकारों, सुरक्षा से जुड़े कानूनों और चाइल्ड हेल्पलाइन के महत्व के बारे में शिक्षित करना था।
शिविर की शुरुआत में चाइल्ड हेल्पलाइन के सुपरवाइजर सुरेश पाल ने बच्चों के चार महत्वपूर्ण अधिकारों- जीवन का अधिकार, सुरक्षा का अधिकार, सहभागिता का अधिकार और विकास का अधिकार पर विस्तार से प्रकाश डाला।
साथ ही उन्होंने बच्चों को उनके कर्तव्यों के प्रति भी जागरूक किया और समझाया कि 1098 हेल्पलाइन का उपयोग केवल वास्तविक आपात स्थितियों में ही किया जाना चाहिए।
शिविर में बच्चों के लिए सरकार की विभिन्न योजनाओं जैसे स्पॉन्सरशिप स्कीम, सुख शिक्षा योजना और सुख आश्रय योजना की जानकारी भी दी गई, जिससे जरूरतमंद बच्चों को सहायता मिल सके।
इसके अलावा आज के दौर की एक बड़ी चुनौती यानी मोबाइल फोन के दुष्प्रभाव पर भी गहन चर्चा की गई, ताकि बच्चे इसके सही और गलत इस्तेमाल को समझ सकें।
चाइल्ड हेल्पलाइन के केस वर्कर राजेंद्र सिंह ने विद्यार्थियों को महत्वपूर्ण कानूनों जैसे पोक्सो एक्ट, जे.जे.बी. एक्ट, बाल विवाह निषेध अधिनियम और बाल श्रम निषेध अधिनियम के बारे में सरल भाषा में समझाया। एक संवेदनशील विषय ‘अच्छे और बुरे स्पर्श’ को भी उन्होंने उदाहरणों के साथ समझाया, ताकि बच्चे खुद को सुरक्षित रख सकें।
कार्यवाहक प्रधानाचार्या अर्चना गुप्ता ने इस उपयोगी पहल के लिए चाइल्ड हेल्पलाइन सिरमौर का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि ऐसी जानकारी बच्चों के लिए न केवल ज्ञानवर्धक है, बल्कि उनके भविष्य की नींव भी मजबूत करती है। इस सार्थक पहल में 68 विद्यार्थियों और 15 शिक्षकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिससे यह शिविर बेहद सफल रहा।