शिमला/नाहन|
आसरा संस्था के कलाकारों ने भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित राज्यस्तरीय लोक नृत्य प्रतियोगिता में एक बार प्रथम स्थान प्राप्त कर सिरमौरी संस्कृति का मान बढ़ाया है. भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा राज्य स्तरीय लोक नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन दो चरणों में किया गया, जिसके अंतर्गत गत दिवस दूसरे चरण की प्रतियोगिता में आसरा संस्था जालग सिरमौर प्रथम, सूर्या सांस्कृतिक दल बनोगी कुल्लू द्वितीय, वंशिका सांस्कृतिक मंच कांगड़ा तृतीय स्थान पर रहा.
अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त लोक कलाकार डॉ. जोगेंद्र हाब्बी ने बताया कि लोकनृत्य प्रतियोगिता का शुभारंभ पद्मश्री विद्यानंद सरैक और समारोह के मुख्य अतिथि दिव्यांशु सिंघल कार्यवाहक निदेशक भाषा एवं संस्कृति विभाग रहे. निर्णायक मंडल में पद्मश्री विद्यानंद सरैक, डॉ. रामस्वरूप शांडिल, डॉ. सूरत ठाकुर, डॉ. हुक्कम शर्मा और सहायक निदेशक बिहारी लाल शर्मा शामिल रहे. इस मौके पर उपनिदेशक अल्का कैंथला, जिला भाषा अधिकारी अनिल हारटा व दीपा शर्मा भी उपस्थित रहे.
गौरतलब है कि डॉ. जोगेंद्र हाब्बी के नेतृत्व एवं निर्देशन में वर्ष 2002 से अब तक आसरा संस्था व चूड़ेश्वर मंडल के कलाकारों ने 22वीं बार लोकनृत्य प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त कर एक कीर्तिमान स्थापित किया है. हाब्बी के नेतृत्व में कलाकार इससे पहले 11 बार जिला स्तरीय लोक नृत्य प्रतियोगिताओं में विजय प्राप्त कर चुके हैं और इन कलाकारों ने इस राज्यस्तरीय लोक नृत्य प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त कर 11वीं बार राज्य विजेता बनकर जिला को गौरवांवित किया है.
गेयटी थिएटर शिमला में राज्यस्तरीय लोकनृत्य प्रतियोगिता में आसरा सांस्कृतिक दल के कलाकारों में लोक गायक धर्मपाल चौहान, रामलाल वर्मा, बिमला चौहान, सुनील, लोक वादकों में सोहनलाल, देवीराम, संदीप, मुकेश, चिरंजी, लोक नर्तकों में गोपाल, चमन, अमीचंद, दिनेश, मनमोहन, सरोज, अनु, आरती, पायल व प्रिया आदि कलाकारों ने भाग लिया.