
धौलाकुआं : भारतीय प्रबंध संस्थान (IIM) सिरमौर में एक गरिमामय समारोह का आयोजन किया गया, जहां भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर रवीश वशिष्ठ और स्क्वाड्रन लीडर अंकिता को सम्मानित किया गया। यह आयोजन राष्ट्र सेवा के प्रति उनके असाधारण समर्पण और योगदान का उत्सव था। समारोह के दौरान पूरा परिसर गर्व, सम्मान और जिज्ञासा से भरा रहा।
बता दें कि विंग कमांडर रवीश वशिष्ठ को हाल ही में “मेंशन- इन-डिस्पैचेज” राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। वहीं, अंकिता भारतीय वायुसेना की अधिकारी हैं। इस मौके पर विंग कमांडर रवीश वशिष्ठ ने अपने करिअर के ऐसे रोमांचक और चुनौतीपूर्ण क्षणों को साझा किया, जो न सिर्फ अदम्य साहस, बल्कि असाधारण टीमवर्क की मिसाल थे। उन्होंने बताया कि किस तरह विपरीत परिस्थितियों में भी लक्ष्य पर टिके रहना और अपनी टीम पर विश्वास रखना ही सच्ची सफलता है।
वहीं, स्क्वाड्रन लीडर अंकिता ने अपने प्रेरक संबोधन में देश सेवा में महिलाओं की भूमिका, लगन, अनुशासन और एकता के महत्व पर बल दिया। उनके विचारों ने आईआईएम सिरमौर समुदाय को गहराई से प्रेरित किया और उन्हें याद दिलाया कि एक लीडर के लिए निस्वार्थ सेवा और सत्यनिष्ठा ही सबसे बड़ा पूंजी है।
आईआईएम सिरमौर के निदेशक प्रोफेसर प्रफुल्ल कुमार अग्निहोत्री ने अतिथियों का सम्मान करते हुए कहा कि यह गर्व की बात है कि हम विंग कमांडर रवीश वशिष्ठ और स्क्वाड्रन लीडर अंकिता की मेजबानी कर रहे हैं। उनका साहस और सेवा हमें यह याद दिलाते हैं कि सच्चा नेतृत्व समर्पण, ईमानदारी और निःस्वार्थता में निहित है।
कार्यक्रम का सबसे आकर्षक हिस्सा इंटरएक्टिव सत्र रहा, जहां छात्रों ने सीधे अधिकारियों से बातचीत की। दबाव में सही निर्णय लेने, राष्ट्रीय कर्तव्य और दृढ़ता जैसे विषयों पर हुई यह चर्चा भविष्य के प्रबंधकों के लिए कॉर्पोरेट लीडरशिप और राष्ट्र सेवा के बीच के गहरे संबंध को दर्शाती दिखी। संस्थान ने एक बार फिर सामाजिक रूप से जिम्मेदार और दृढ़ नेतृत्वकर्ताओं को विकसित करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया।






