माजरा प्रकरण : कोर्ट में युवती का बयान- नहीं हुआ मेरा अपहरण, हम सिर्फ दोस्त, नहीं की है शादी

पुष्टि करते हुए एसपी सिरमौर एनएस नेगी ने बताया कि कोर्ट में दिए गए बयान के बाद युवती को उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है।

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नाहन : जिला सिरमौर के पुलिस थाना माजरा में दर्ज बहुचर्चित अपहरण मामले में अंबाला से बरामद युवती के सोमवार को कोर्ट में बयान दर्ज करवाए गए। युवती ने अपने बयान में कहा कि वह जिस युवक के साथ गई थी, हम दोनों आपस में अच्छे दोस्त हैं।

युवक न तो उसे भगा कर ले गया, ना ही उसका अपहरण हुआ था। वह अपनी मर्जी से घर से गई थी और दोनों घूमने गए थे। उन्होंने कोई गलत काम किया न धर्म बदला और न ही शादी की है।

पुष्टि करते हुए एसपी सिरमौर एनएस नेगी ने बताया कि कोर्ट में दिए गए बयान के बाद युवती को उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि युवती के बयान के आधार पर ही अब मामले में आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

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उन्होंने बताया कि इस पूरे प्रकरण में भीड़ के दौरान पथराव करने, पुलिस कर्मियों पर धारदार हथियार से हमला करने आदि मामलों की पुलिस गहनता से जांच कर रही है। सीसीटीवी सहित घटना से संबंधित वीडियो इत्यादि के आधार पर उपद्रवियों की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं।

गौरतलब है कि युवती के घर से लापता होने के बाद उसके परिजनों ने विशेष समुदाय के एक युवक पर अपहरण के आरोप लगाते हुए पुलिस थाना माजरा में शिकायत दर्ज करवाई थी। युवती का कई दिन बाद कोई सुराग न लग पाने के कारण परिजनों, ग्रामीणों और हिंदूवादी संगठनों ने इस मामले में रोष जताते हुए प्रदर्शन किए।

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13 जून की शाम को कीरतपुर गांव में दोनों समुदायों के बीच जबरदस्त टकराव हो गया। इसमें 3 पुलिस कर्मियों सहित कई लोग घायल हुए। इस दौरान पुलिस को हल्का लाठीचार्ज भी करना पड़ा। इस पूरे प्रकरण में 5 एफआईआर दर्ज हुई हैं।

इसके बाद 14 जून को पुलिस ने युवती को अंबाला के साहा से बरामद किया, जिसे अदालत ने वन स्टॉप सेंटर भेजा। सोमवार को युवती के अदालत में बयान दर्ज हुए। इसके बाद इसे उसके परिजनों के हवाले कर दिया गया।

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