फेक आईडी बनाकर अफसर को बदनाम करने की साजिश, साइबर सेल से शिकायत

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नाहन|
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फेक आईडी से वीडियो बनाकर अफसर की छवि खराब करने वाले अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ साइबर सेल में शिकायत दर्ज करवाई गई है.

दरअसल, अज्ञात शख्स सीधे तौर पर जिला खनन अधिकारी को टारगेट कर उन्हें बदनाम करने के मकसद से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भ्रामक पोस्ट डाल रहा है. शख्स ने प्रोफाइल फोटो भी एक नामी यूट्यूबर की इस्तेमाल की है. बताया जा रहा है कि इससे पहले भी अज्ञात शख्स द्वारा उन्हें बदनाम करने के लिए पोस्ट डाली गई, जो कुछ वक्त बाद डिलीट कर दी गई.

अब फिर से अधिकारी समेत क्रेशर संचालकों को बदनाम करने की साजिश की जा रही है. फिलहाल, मामले की शिकायत पुलिस के साइबर सेल में दर्ज करवा दी है. जांच के बाद ही फेक आईडी बनाने वाले शख्स से पर्दा उठ पाएगा.

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उधर, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शरारती तत्वों द्वारा स्टोन क्रेशर से जुड़े संचालकों और खनन विभाग के अधिकारियों की छवि खराब करने की मंशा से वीडियो पोस्ट करने वालों के खिलाफ दी सिरमौर स्टोन क्रशर वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष मदन मोहन शर्मा ने कार्रवाई की मांग की है.

उन्होंने कहा कि 2 जनवरी को सोशल मीडिया के एक अकाउंट से पहली पोस्ट डाली गई, जिसके संदर्भ में पुलिस को शिकायत की जा चुकी है. हाल ही में एक और पोस्ट सोशल मीडिया पर अन्य अकाउंट से डाली गई है, जिसमें अन्य स्थानों के वीडियो जोड़कर सिरमौर में चल रही लीगल माइनिंग को इलीगल साबित करने की कोशिश की गई.

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साथ ही खनन विभाग के अधिकारियों के खिलाफ निराधार बातें कही गई हैं. सोशल मीडिया पर इस तरह की पोस्ट डालने वाले की मंशा क्या है, ये तभी पता लग सकता है, जब पुलिस का साइबर सेल इन सोशल मीडिया यूजर तक पहुंचेगा. उन्होंने पुलिस प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि ऐसे शरारती तत्वों को जल्द से जल्द बेनकाब करें, ताकि खनन व्यवसाय पर किसी तरह का नकारात्मक प्रभाव न पड़े.

उन्होंने कहा कि पांवटा साहिब क्षेत्र में स्टोन क्रेशर के लिए जो खनन किया जा रहा है वह पूर्ण रूप से लीगल है. सरकार को करोड़ों रुपए के राजस्व के साथ-साथ डीएमएफटी, रॉयलिटी पर 18 प्रतिशत जीएसटी, पंचायत टैक्स, फिनिशिंग गुड्स पर जीएसटी, प्रदेश सरकार को सीजीसीआर सहित आयकर विभाग को टीसीएस और स्थानीय प्रशासन के साथ सीएसआर एक्टिविटी के लिए आर्थिक सहयोग किया जाता है.

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बावजूद इसके एक आध ऐसे लोगों द्वारा खनन व्यवसाय और अधिकारियों की छवि को धूमिल किया जा रहा है, जो अपनी पहचान छिपाकर कर सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं. ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.

उधर, माइनिंग अधिकारी कुलभूषण शर्मा ने साफ किया कि ये सिर्फ छवि धूमिल करने के इरादे से किया जा रहा है. इसकी शिकायत साइबर सेल में कर दी गई है.