
श्री रेणुकाजी : भगवान श्री परशुराम की भव्य शोभायात्रा के साथ शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय श्री रेणुका जी मेले का आगाज हो गया। जानकारी के अनुसार चौपर में तकनीकी खराबी आने के कारण मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू निर्धारित समय पर ददाहू नहीं पहुंच पाए। लिहाजा, उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने विधिवत पूजा-अर्चना कर भगवान परशुराम जी की पालकी को कंधा देकर शोभायात्रा का शुभारंभ किया।
इसी के साथ 6 दिवसीय यह मेला शुरू हो गया है। उधर, ददाहू स्कूल मैदान से ढोल नगाड़ों की मधुर ध्वनि और माता श्री रेणुकाजी व भगवान परशुराम के उद्घोषों के साथ भव्य शोभा यात्रा स्थानीय मुख्य बाजार से होते हुए देर शाम श्री रेणुकाजी तीर्थ पहुंची।
इस बीच हजारों लोगों ने श्रद्धा भाव के साथ शीश नवाकर भगवान परशुराम जी का आशीर्वाद प्राप्त किया। यह विशाल शोभायात्रा रेणुका जी तीर्थ के त्रिवेणी संगम पर पहुंची, जहां माता रेणुकाजी और बेटे परशुराम के भव्य मिलन के हजारों श्रद्धालु साक्षी बने। इस दौरान रेणुकाजी घाटी माता रेणुकाजी और भगवान परशुराम के उद्घोषों से गूंज उठी। भारी संख्या में लोगों ने शोभा यात्रा में बढ़-चढ़कर भाग लिया।
पड़ोसी राज्यों से भी काफी संख्या में यहां पहुंचे श्रद्धालुओं ने शोभायात्रा में शामिल होकर भगवान परशुराम जी का आशीर्वाद प्राप्त किया। इस मौके पर विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार, नाहन के विधायक अजय सोलंकी, डीसी सिरमौर प्रियंका वर्मा, एसपी सिरमौर एनएस नेगी सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों सहित हजारों की तादाद में लोग मौजूद रहे।
बता दें कि परंपरा के मुताबिक मुख्यमंत्री ही देव पालकी को कंधा देकर शोभायात्रा का शुभारंभ करते हैं, लेकिन मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के निर्धारित समय पर न पहुंचने के कारण उद्योग मंत्री ने इस परंपरा का निर्वहन किया। क्षेत्रवासी और श्रद्धालु मुख्यमंत्री के आने की प्रतीक्षा शाम तक प्रतीक्षा करते रहे, लेकिन उनके न आने से लोगों को मायूसी हाथ लगी।






