उप निदेशक उच्च शिक्षा डॉ. हिमेंद्र बाली की शोधपरक पुस्तक “हिमाचल प्रदेश का सांस्कृतिक इतिहास” का विमोचन

पुस्तक में वैदिक पर्व बूढ़ी दिवाली, मंडी-सुकेत की सांस्कृतिक परंपराएं, महाशिवरात्रि पर्व, नारी जीवन, बिजली महादेव, सुकेत के सेन वंश, कोटेश्वर महादेव देवोत्सव, जमदग्नि ऋषि की तपोभूमि तत्तापानी व बाहरी सराज के सांस्कृतिक स्वरूप की नूतन जानकारी को ऐतिहासिक दृष्टि से पेश किया गया है।

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नाहन : हिमाचल प्रदेश की लोक संस्कृति, इतिहास और परंपरा पर आधारित डॉ. हिमेंद्र बाली की शोधपरक पुस्तक का वीरवार को विमोचन हुआ। श्री रेणुकाजी विधानसभा क्षेत्र की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रजाना में आयोजित वार्षिक समारोह के दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष एवं स्थानीय विधायक विनय कुमार ने इस पुस्तक का विमोचन किया। डा. हिमेंद्र बाली जिला सिरमौर में उपनिदेशक उच्च शिक्षा के पद पर सेवाएं दे रहे हैं।

हिमाचल प्रदेश लोक संस्कृति, इतिहास और परंपराओं पर आधारित डॉ. हिमेंद्र बाली की पुस्तक में प्रदेश में आयोजित होने वाले पर्वों, वैदिक परंपराओं और इतिहास से जुड़े पहलुओं को सम्मिलित किया गया है। पुस्तक में वैदिक पर्व बूढ़ी दिवाली, मंडी-सुकेत की सांस्कृतिक परंपराएं, महाशिवरात्रि पर्व, नारी जीवन, बिजली महादेव, सुकेत के सेन वंश, कोटेश्वर महादेव देवोत्सव, जमदग्नि ऋषि की तपोभूमि तत्तापानी व बाहरी सराज के सांस्कृतिक स्वरूप की नूतन जानकारी को ऐतिहासिक दृष्टि से पेश किया गया है।

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इस मौके पर विधायक विनय कुमार ने डॉ. बाली को बधाई देते हुए कहा कि इस पुस्तक में लेखक द्वारा आलेख रूप में संग्रहित जानकारी पाठकों, शोधार्थियों और लोक संस्कृति प्रेमियों को अवश्य लाभांवित करेगी। शिक्षा उपनिदेशक डा. हिमेंद्र बाली ने बताया कि हिमाचल प्रदेश की लोक संस्कृति का वैभव और यहां देव स्थलों से जुड़ी परंपराएं प्राक् वैदिक व वैदिक परंपराओं का संयुक्त रूप धारण किए हुए हैं। यह पुस्तक युवा पीढ़ी को संस्कृति के मौलिक स्वरूप का परिचय करवाने के साथ साथ और यहां के लोक साहित्य में निहित पहाड़ी जनमानस की जीवन परंपरा को भी उद्घाटित करेगी।

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इस अवसर पर एसडीएम संगड़ाह सुनील कायथ, उपनिदेशक निरीक्षण रीता गुप्ता,  हिमाचल प्रदेश विद्यालय प्रवक्ता संघ राज्य चेयरमैन सुरेंद्र पुंडीर, जिलाध्यक्ष डॉ. आई.डी. राही, साहित्यकार दलीप वशिष्ठ, स्थानीय विद्यालय के कार्यकारी प्रधानाचार्य राजेंद्र झांमटा सहित दर्जनों  शिक्षक उपस्थित रहे।