
नाहन : जिला मुख्यालय नाहन में पिछले कई दिनों से गहराए पेयजल संकट ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। शहर के कुल 13 में से 7 वार्डों के लोग पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं।
हालांकि, जल शक्ति विभाग ने आज टैंकरों के माध्यम से इन इलाकों में पानी पहुंचाने का प्रयास किया, लेकिन इस बीच लोगों में पानी को लेकर मारामारी देखी गई।
दरअसल, यह संकट इसलिए पैदा हुआ, क्योंकि भारी बारिश के कारण गिरि नदी का जलस्तर बहुत बढ़ गया है, जिससे योजना के ट्यूबवेल डूब गए हैं। इसके साथ साथ धौण क्षेत्र में बार-बार हो रहे भूस्खलन से मुख्य पाइप लाइन भी कई जगहों पर टूट गई है।
पिछले दो हफ्तों में यह लाइन एक दर्जन से ज्यादा बार टूट चुकी है। विभाग के कर्मचारी दिन-रात मरम्मत का काम कर रहे हैं, लेकिन नदी का जलस्तर कम होने तक योजना को पूरी तरह से शुरू करना मुश्किल है। गिरि योजना से पानी की सुचारू सप्लाई शुरू होने तक विभाग को भी खासी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
वैकल्पिक व्यवस्था से राहत की उम्मीद
शहर में पानी की कमी को देखते हुए विभाग ने वैकल्पिक योजना पर काम शुरू किया है। विभाग ने खैरी बोगरिया योजना की मरम्मत का काम पूरा कर लिया है।
इस योजना से शुक्रवार तक शहर को 12 से 13 लाख लीटर पानी मिलने की उम्मीद है, जिससे कुछ हद तक लोगों को राहत मिल सकती है।
इसके अलावा नेहर स्वार प्रवाह योजना से पानी की आपूर्ति जारी है, लेकिन शहर के कुछ हिस्सों में ही इस योजना के पानी की आपूर्ति हो रही है। इस योजना से शहर को 13 लाख लीटर पानी मिल रहा है, जिससे शहर का कुछ हिस्सा कवर हो रहा है।
आपूर्ति सामान्य होने में लगेगा समय
शहर को रोजाना 80 लाख लीटर के करीब पानी की जरूरत होती है, लेकिन मौजूदा समय में केवल 15 से 20 लाख लीटर पानी ही मिल पा रहा है।
अधिकारियों का कहना है कि हालात सामान्य होने में अभी 4 से 5 दिन का समय और लग सकता है। विभाग ने लोगों से भी सहयोग की अपील की है।






