लवी मेले में ₹84,000 में बिका ये घोड़ा, उत्तराखंड के देवेंद्र सिंह ने खरीदा

यह घोड़ा लाहौल स्पीति के ग्राम बर्र, डाकघर गुलिंग, तहसील काजा के छेरिंग टुडूप का था, जिसे उत्तराखंड के जिला टिहरी गढ़वाल के ग्राम एंडी निवासी देवेंद्र सिंह ने खरीदा।

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रामपुर : हिमाचल प्रदेश के रामपुर में चल रहे प्रसिद्ध लवी मेले की अश्व प्रदर्शनी के दूसरे दिन तक कुल 187 घोड़ों का पंजीकरण किया गया।

इस दौरान एक घोड़े ने सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोरी, जिसे 84,000 रुपये की भारी कीमत पर बेचा गया। यह घोड़ा लाहौल स्पीति के ग्राम बर्र, डाकघर गुलिंग, तहसील काजा के छेरिंग टुडूप का था, जिसे उत्तराखंड के जिला टिहरी गढ़वाल के ग्राम एंडी निवासी देवेंद्र सिंह ने खरीदा।

उपमंडल दंडाधिकारी रामपुर हर्ष अमरेंदर सिंह ने बताया कि 1 से 3 नवंबर 2025 तक चलने वाली इस अश्व प्रदर्शनी में पहले दिन 65 घोड़े पंजीकृत हुए थे। 2 नवंबर को दोपहर 1 बजे तक यह संख्या बढ़कर 187 हो गई।

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दूसरे दिन भारतीय सेना, रिमाउंट वेटनरी कॉर्पस, 22 मोबाइल, एवरी पट्टी द्वारा एक उपचार कैंप लगाया गया। साथ ही ब्रुक्स इंडिया लिमिटेड द्वारा भी शिविर आयोजित किया गया।

सुबह 11:30 बजे अश्वपालकों के लिए गोष्ठी आयोजित की गई। इसमें डॉ. समर चौहान, डॉ. चंदन राणा (पशु औषधी विशेषज्ञ) और भारतीय सेना अवेरी पट्टी के शशांक शुक्ला ने अश्वों के उचित प्रबंधन और बीमारियों से रोकथाम के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इसके बाद ब्रुक्स इंडिया ने घोड़ों की नाल और खुर को सही प्रकार से रखने का लाइव डिमॉन्स्ट्रेशन दिया।

इस किसान गोष्ठी में लगभग 100 पशुपालकों ने भाग लिया, जिन्हें चिकित्सा किट भी वितरित की गई। उन्होंने बताया कि अश्व प्रदर्शनी का अंतिम दिवस 3 नवंबर 2025 को है। इस दिन उत्तम अश्वों का चयन, घुड़दौड़ प्रतियोगिता और गुब्बारा फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा।

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