हिम महोत्सव: दिल्ली हाट में सिरमौरी लोकनृत्यों की धूम, हाटी की नाटी ने मचाया धमाल

कलाकारों ने महाभारत कालीन ठोडा नृत्य, रिहाल्टी गी, दीपक नृत्य, मुंजरा नाटी, परात नृत्य, रासा नृत्य, पढुआ नृत्य, लंबड़ा नृत्य और सिरमौर का लगभग 500 साल पुराना सिंहटू नृत्य प्रस्तुत कर खूब वाहवाही लूटी.

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सिरमौर|
दिल्ली हाट में आयोजित हिम महोत्सव में सिरमौर के कलाकारों ने खूब धमाल मचाया. हाटी क्षेत्र के चूड़ेश्वर सांस्कृतिक मंडल पझौता के लोक कलाकारों ने डॉ. जोगेंद्र हाब्बी के निर्देशन में सांस्कृतिक प्रस्तुति दी. 11 से 13 जनवरी तक हाटी की नाटी के अंतर्गत कलाकारों ने महाभारत कालीन ठोडा नृत्य, रिहाल्टी गी, दीपक नृत्य, मुंजरा नाटी, परात नृत्य, रासा नृत्य, पढुआ नृत्य, लंबड़ा नृत्य और सिरमौर का लगभग 500 साल पुराना सिंहटू नृत्य प्रस्तुत कर भारतवर्ष के कई राज्यों से आए दर्शकों की खूब वाहवाही लूटी.

वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर एवं अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लोक कलाकार डॉ. जोगेंद्र हाब्बी ने बताया कि दिल्ली हाट में उद्योग विभाग, हिमाचल क्राफ्ट, पर्यटन विभाग, भाषा एवं संस्कृति विभाग के तत्वाधान में 1 से 15 जनवरी तक हिम महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. 11 जनवरी की सांस्कृतिक संध्या में मुख्य सचिव हिमाचल प्रदेश प्रबोध सक्सेना ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की. जबकि, 13 जनवरी की सांस्कृतिक संध्या में उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान मुख्य अतिथि रहे.

हिम महोत्सव के अंतर्गत सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन में निदेशक भाषा एवं संस्कृति विभाग डॉ. पंकज ललित के निर्देशानुसार और सहायक निदेशक बिहारी लाल शर्मा की देखरेख में भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा सांस्कृतिक संध्याओं का आयोजन किया गया, जिसमें सिरमौर के अलावा शिमला, किन्नौर, हमीरपुर, मंडी और कांगड़ा आदि जनपदों से लोक कलाकारों को अलग-अलग समय पर लोक नृत्यों के प्रदर्शन के लिए आमंत्रित किया.

इस महोत्सव में चूड़ेश्वर सांस्कृतिक दल में डॉ. हाब्बी के अलावा प्रसिद्ध लोक गायक रामलाल वर्मा, बिमला चौहान, अमी चंद, जितेंद्र, निशांत, देवी राम, सोहन लाल, नरेंद्र, अमन, अनुजा, प्रिया, रेखा, किरण, प्रीति, सुरेंद्र, राजेश, आदि लोक कलाकार शामिल रहे.