कुदरत का कहर: करोड़ों का नुकसान, बुनियादी सुविधाएं ठप, लोगों की मुश्किलें बढ़ीं

पिछले चार दिन से हो रही मूसलाधार बारिश ने पूरे जिले को पानी-पानी कर दिया है, जिससे जनजीवन पूरी तरह से ठहर-सा गया है। सड़कें, बिजली और पानी जैसी बुनियादी सुविधाएं तहस-नहस हो गई हैं। हर गुजरते पल के साथ नुकसान का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है।

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नाहन : सिरमौर में आसमान से बरसती आफत ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। पिछले चार दिन से हो रही मूसलाधार बारिश ने पूरे जिले को पानी-पानी कर दिया है, जिससे जनजीवन पूरी तरह से ठहर-सा गया है। सड़कें, बिजली और पानी जैसी बुनियादी सुविधाएं तहस-नहस हो गई हैं। हर गुजरते पल के साथ नुकसान का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है।

मंगलवार को जिले में 172 सड़कें भारी भूस्खलन और मलबे के कारण प्रभावित हुईं। सबसे ज्यादा शिलाई में 46 सड़कें और राजगढ़ व संगड़ाह 33-33 सड़कों पर आवाजाही ठप रही। इससे लोक निर्माण विभाग को 5.90 करोड़ का भारी नुकसान हुआ है।

जल शक्ति विभाग की भी स्थिति बेहद खराब है। पिछले 24 घंटों में 10.26 करोड़ की क्षति हुई है। भारी बारिश ने 81 पेयजल और सिंचाई योजनाओं को बर्बाद कर दिया है, जिससे नौहराधार, पांवटा साहिब और शिलाई सहित कई इलाकों में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है।

बिजली भी इस कहर से अछूती नहीं रही। 443 ट्रांसफार्मर प्रभावित हुए, जिससे पांवटा साहिब और राजगढ़ के कई इलाकों में कई घंटों तक ब्लैक आउट छाया रहा। लिहाजा, लोगों को भारी दुश्वारियों का सामना करना पड़ा। वहीं, सभी विभाग मुस्तैदी से आम जनजीवन को पटरी पर लाने में जुटे हैं।

निजी संपत्तियों का भी भारी नुकसान
बारिश ने सिर्फ सरकारी तंत्र को ही नहीं, बल्कि लोगों के घरों को भी निशाना बनाया है। उपमंडल पच्छाद के फागल में हुसन सिंह का पक्का मकान पूरी तरह ढह गया, जिसमें 4 लाख का नुकसान हुआ। नेरी नावण में प्रेम सिंह का मकान भी गिर गया। इसके अलावा कई कच्चे-पक्के मकानों को भी आंशिक रूप से क्षति पहुंची है।