शिक्षा खंड सतौन के दुर्गम स्कूल अधोग में शिक्षा उपनिदेशक की दबिश, जांची एक-एक व्यवस्था, दिए ये निर्देश

शिक्षा उपनिदेशक एलीमेंट्री राजीव ठाकुर ने शनिवार को सतौन शिक्षा खंड की दुर्गम राजकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक पाठशाला अधोग का औचक निरीक्षण किया। शिलाई विधानसभा क्षेत्र की पिछड़ी पंचायत कठवाड़ के इस स्कूल के निरीक्षण के दौरान शिक्षा उपनिदेशक ने विभिन्न कार्यों एवं प्रबंधन व्यवस्था का बारीकी से जायजा लिया।

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नाहन : शिक्षा उपनिदेशक एलीमेंट्री राजीव ठाकुर ने शनिवार को सतौन शिक्षा खंड की दुर्गम राजकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक पाठशाला अधोग का औचक निरीक्षण किया। शिलाई विधानसभा क्षेत्र की पिछड़ी पंचायत कठवाड़ के इस स्कूल के निरीक्षण के दौरान शिक्षा उपनिदेशक ने विभिन्न कार्यों एवं प्रबंधन व्यवस्था का बारीकी से जायजा लिया।

निरीक्षण में पाया गया कि पाठशाला के सभी विद्यार्थियों का स्वास्थ्य विभाग द्वारा हेल्थ चेकअप अक्तूबर 2025 में सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। इसके अतिरिक्त विद्यालय में यौन शोषण समिति का भी गठन किया गया है और इसकी बैठकें महीनेवार आयोजित की जा रही हैं।

विद्यालय में आपदा प्रबंधन के लिए योजना तैयार करने का कार्य प्रगति पर है, जिसके रिकॉर्ड रजिस्टर भी पाठशाला में पाए गए। उपनिदेशक ने इस दौरान वर्ष 2024-25 में समग्र शिक्षा के अंतर्गत प्राप्त अनुदान राशियों के उपयोग की भी जांच की। पाया गया कि सभी अनुदान राशियों का उचित और पूर्ण प्रयोग कर लिया गया है।

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यूथ एंड ईको क्लब के अंतर्गत प्राप्त अनुदान राशि से भी बच्चों के लिए नियमित रूप से गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। निरीक्षण में प्राथमिक पाठशाला में पढ़ रहे कुल 26 नामांकित विद्यार्थियों में से 20 की उपस्थिति मिली। इसके साथ साथ माध्यमिक पाठशाला में कुल 29 नामांकित विद्यार्थियों में से 24 विद्यार्थी उपस्थित पाए गए।

शिक्षा उपनिदेशक सिरमौर राजीव ठाकुर ने इस दौरान स्कूल की सारी व्यवस्थाओं पर संतोष जताया। उन्होंने कहा कि शौचालय में सफाई की व्यवस्था अच्छी पाई गई और पाठशाला का भवन भी पर्याप्त उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि निरीक्षण के बाद दोनों पाठशालाओं में तैनात अध्यापकों की एक संयुक्त बैठक ली गई।

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बैठक में शिक्षकों को विशेष रूप से आई.सी.टी. डिवाइसेज व लाइब्रेरी बुक्स जैसे सभी संसाधनों का आपस में मिलजुलकर प्रयोग करने और उन्हें बच्चों के साथ साझा करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। उन्होंने बताया कि इन दोनों पाठशालाओं के विद्यार्थियों के लिए एक ही रसोई घर में संयुक्त रूप से खाना बनता है।

प्रार्थना सभा भी एक साथ इकट्ठे ही की जाती है और खेल का मैदान भी संयुक्त रूप से प्रयोग में लाया जा रहा है। उन्होंने शिक्षकों को विद्यार्थियों के विषय ज्ञान को बढ़ाने के लिए भी आवश्यक दिशा निर्देश दिए, ताकि उनकी शैक्षिक गुणवत्ता में और सुधार हो सके।

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