IGMC मारपीट मामला: रेजिडेंट डॉक्टरों ने वापस ली हड़ताल, अस्पतालों में आज से चलेगी OPD

इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) शिमला के रेजिडेंट डॉक्टरों की ओर से अनिश्चितकालीन हड़ताल खत्म करने के एलान के बाद आज से सभी अस्पतालों में मरीजों को सुचारू रूप से स्वास्थ्य सेवाएं मिलनी शुरू हो जाएंगी।

0

शिमला : इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) शिमला के रेजिडेंट डॉक्टरों की ओर से अनिश्चितकालीन हड़ताल खत्म करने के एलान के बाद आज से सभी अस्पतालों में मरीजों को सुचारू रूप से स्वास्थ्य सेवाएं मिलनी शुरू हो जाएंगी।

यह हड़ताल मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा रविवार देर शाम डाक्टरों को दिए संदेश और आश्वासन के बाद खत्म हुई है। मुख्यमंत्री सुक्खू ने दो टूक कहा कि पहले हड़ताल वापस लो, उसके बाद बातचीत होगी। इसके बाद रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने हड़ताल वापस लेने का फैसला लिया।

उधर, रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन की ओर से देर शाम जारी बयान में कहा कि मुख्यमंत्री ने पूरे मामले की विस्तृत जांच करवाने का आश्वासन दिया है। साथ ही डॉ. राघव नरूला की टर्मिनेशन को लेकर भी पुनर्विचार किया जाएगा। मुख्यमंत्री के आश्वासन पर भरोसा जताते हुए आरडीए ने जनहित में तत्काल प्रभाव से हड़ताल वापस लेने का निर्णय लिया है।

ये भी पढ़ें:  माजरा प्रकरण : बिंदल बोले- उन पर हत्या के प्रयास का केस, ईंटें बरसाने वालों पर कार्रवाई नहीं

आरडीए ने स्पष्ट किया है कि जब तक टर्मिनेशन आदेश वापस नहीं लिए जाते, तब तक जांच प्रक्रिया में संगठन पूरी तरह शामिल रहेगा। इस पूरे मामले को लेकर अगली रणनीति पर 3 जनवरी 2026 को बैठक कर आगे का फैसला लिया जाएगा।

रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने हड़ताल के दौरान समर्थन देने वाले प्रदेश और देशभर के डॉक्टर संगठनों का आभार जताया है। विशेष रूप से हिमाचल मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन, सैमडीकॉट और अन्य मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन को सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।

हड़ताल समाप्त होने के बाद आईजीएमसी सहित प्रदेश के अस्पतालों में ओपीडी, वार्ड और अन्य सेवाएं सामान्य होने की उम्मीद है, जिससे बीते कई दिनों से परेशान मरीजों को राहत मिलेगी।

ये भी पढ़ें:  भारत-पाकिस्तान तनाव : सीएम ने की हिमाचल की मौजूदा स्थिति की समीक्षा, जारी किए आवश्यक दिशा-निर्देश