कांगड़ा : जम्मू के राजौरी में पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में हिमाचल प्रदेश का जवान शहीद हो गया। सेना की ओर से आज सुबह परिजनों को सूबेदार मेजर पवन कुमार की शहादत की सूचना दी गई। इसके बाद पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।
जानकारी मिली है कि सूबेदार मेजर पवन कुमार की 2 महीने बाद रिटायरमेंट थी। इससे पहले ही वीर जवान ने भारत मां की रक्षा करते हुए अपनी जान न्यौछावर कर दी। कांगड़ा के शाहपुर के सूबेदार मेजर पवन कुमार ने राजौरी सेक्टर में शहादत पाई।

जानकारी के अनुसार सूबेदार मेजर पवन कुमार जम्मू- कश्मीर के राजौरी में तैनात थे। शनिवार सुबह पाकिस्तान की ओर से फायरिंग की जा रही थी। इसके जवाब में सूबेदार मेजर पवन कुमार ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर फायरिंग की। इसी कार्रवाई में पवन कुमार घायल हो गए। इसके बाद अस्पताल में उनकी मौत हो गई। पवन कुमार 25 पंजाब रेजिमेंट में तैनात थे।
बता दें कि शहीद सूबेदार मेजर पवन कुमार के पिता गरज सिंह भी भारतीय सेना में हवलदार के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। वह अपने पीछे पिता, पत्नी सुषमा देवी, बेटे अभिषेक कुमार और बेटी अनामिका को छोड़ गए हैं।
उनकी शहादत की सूचना मिलने के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। डीसी कांगड़ा हेमराज बैरवा ने बताया कि एसडीएम शाहपुर को शहीद के घर भेज दिया गया है। आज रात या कल सुबह तक शहीद की पार्थिव देह उनके पैतृक गांव लाई जाएगी।
मुख्यमंत्री ने शहादत पर जताया शोक
शिमला : मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज सुबह जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तानी सेना की गोलाबारी में 25 पंजाब रेजिमेंट के सूबेदार मेजर पवन कुमार की शहादत पर शोक व्यक्त किया है। वह कांगड़ा जिला की शाहपुर नगर पंचायत के रहने वाले थे।
अपने शोक संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि सूबेदार मेजर पवन कुमार ने देश की एकता और संप्रभुता को बनाए रखने के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है और कृतज्ञ राष्ट्र उनके बलिदान को हमेशा याद रखेगा।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस दुख की घड़ी में प्रभावित परिवार के साथ खड़ी है और उन्हें हरसंभव सहायता प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिवार को इस अपूर्णीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की।