शिमला : राजधानी शिमला में सोमवार सुबह पांच मंजिला एक मकान जोरदार धमाके के साथ चंद मिनटों में ही जमींदोज हो गया। गनीमत ये रही कि इस घटना में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। मकान को पिछली रात ही खाली करवा लिया गया था।
ये घटना शहर के भट्टाकुफर में माठू कालोनी में पेश आई। मकान गिरने से एक अन्य मकान में भी दरारें आ गई हैं। उधर, मौके पर जिला प्रशासन और पुलिस की टीमें मौके पर पहुंचकर नुकसान का जायजा लेने में जुटी हैं।
बताया का रहा है कि ये मकान एक सेवानिवृत सहायक अभियंता का है, जिनका कुछ समय पहले निधन हो चुका है। इस मकान में उनकी पत्नी और परिवार के अन्य सदस्य रहते हैं। यह क्षेत्र चमियाना पंचायत के तहत आता है।
बताया जा रहा है कि फोरलेन निर्माण के चलते इस मकान को खतरा पैदा हो गया था। लोगों का कहना है कि फोरलेन निर्माण के लिए की गई गलत खोदाई के चलते इस क्षेत्र में कई मकानों के ढहने का खतरा पैदा हो गया है।
इससे स्थानीय लोग दहशत में हैं। कई परिवार अपने घरों को खाली करने लगे हैं। प्रभावित लोग प्रशासन से तुरंत राहत व सुरक्षा उपायों की मांग कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि प्रशासन को पहले ही इस खतरे के बारे में अवगत कराया गया था, लेकिन समय रहते कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए।
वहीं, रामपुर उपमंडल के सरपारा पंचायत में रात करीब 2 बजे अचानक बादल फटने से सिकासेरी गटूला जगह पर काफी नुकसान हुआ है। बादल फटने से राजेंद्र कुमार पुत्र पलस राम का एक कमरा, एक किचन सहित अन्य सारा सामान मलबा आने से क्षतिग्रस्त हो गया है।
वहीं, विनोद कुमार का एक खूड, एक गाय और गोपाल सिंह का एक खूड और गाय बह गई है। बादल फटने की सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई है और नुकसान का आंकलन करने में जुटी है।