इंसानियत की मिसाल : मरीज का जीवन बचाने नाहन से पंचकूला पहुंचे ये रक्तवीर

आपातकाल की स्थिति में नाहन तहसील के देवनी (मोगीनंद) गांव के एक मरीज को पंचकूला के अलकेमिस्ट अस्पताल में रक्त की तत्काल आवश्यकता थी। मरीज को O नेगेटिव रक्त चाहिए था। बताया जा रहा है कि मरीज का शरीर रक्त बनाना बंद कर चुका है और उसे लगातार ब्लड की जरूरत पड़ रही थी।

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नाहन : हिमाचल प्रदेश पुलिस में मानद मुख्य आरक्षी (Honorary Head Constable) के पद पर तैनात संदीप और मोगीनंद इलाके के कारोबारी सौभाग्यवान ने मानवता की मिसाल पेश की है।

इन दोनों ने नाहन से पंचकूला पहुंच इमरजेंसी में एक मरीज के लिए रक्तदान किया। संदीप और सौभाग्यवान दोनों ही Drops of Hope Society Sirmaur के सक्रिय सदस्य भी हैं।

दरअसल, आपातकाल की स्थिति में नाहन तहसील के देवनी (मोगीनंद) गांव के एक मरीज को पंचकूला के अलकेमिस्ट अस्पताल में रक्त की तत्काल आवश्यकता थी। मरीज को O नेगेटिव रक्त चाहिए था। बताया जा रहा है कि मरीज का शरीर रक्त बनाना बंद कर चुका है और उसे लगातार ब्लड की जरूरत पड़ रही थी।

इस सूचना पर समाज सेवा के लिए हमेशा तैयार रहने वाले संदीप ने तुरंत मदद के लिए हाथ बढ़ाया। हालांकि, उनका ब्लड ग्रुप B पॉजिटिव है, उन्होंने ‘रिप्लेसमेंट’ के तौर पर अपना रक्तदान करने का फैसला किया। इस नेक काम के लिए वह पंचकूला पहुंचे। यह संदीप का 66वां रक्तदान था।

उनके साथ एक और रक्तदाता सौभाग्यवान सिंह भी पंचकूला पहुंचे। उन्होंने 15वीं बार रक्तदान करके मरीज का जीवन बचाने में अपना सहयोग दिया। संदीप और सौभाग्यवान सिंह ने यह साबित कर दिया कि असली हीरो वह है जो बिना किसी स्वार्थ के दूसरों की जान बचाने के लिए हमेशा तत्पर रहता है।

ड्रॉप्स ऑफ होप के संस्थापक ईशान राव ने कहा कि सोसायटी का हरेक सदस्य दिन रात मरीजों की सेवा में जुटा है, जो कहीं भी पहुंचकर रक्त की कमी को पूरा कर रहे हैं।