नाहन : विधानसभा क्षेत्र नाहन की कौलांवालाभूड़ पंचायत के त्रिभुवनी (त्रिभोणी) मंदिर में रविवार को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। इस दौरान श्रद्धालुओं ने मंदिर में घी और मक्खन अर्पित किया।
बता दें कि मां त्रिभुवनी को पशुओं की रक्षा करने वाली देवी के रूप में पूजा जाता है, जहां लोग अपने दुधारू पशुओं की सलामती और घर में दूध व घी की बरकत का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
आषाढ़ माह (जून-जुलाई) में आने वाले रविवार को यहां मेले का आयोजन होता है। ये चौथा रविवार था। इस माह पांचवां रविवार भी पड़ रहा है।
इस मंदिर में सिरमौर के पच्छाद, नाहन, कालाअंब आदि क्षेत्रों के साथ साथ हरियाणा के मोरनी इलाके से भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। ये मंदिर नाहन से 35 किलोमीटर, सराहां से 25 किलोमीटर, कौलांवालाभूड़ से 3 किलोमीटर और हरियाणा के मोरनी से 20 किलोमीटर दूर स्थित है।
ग्रामीण रमेश ठाकुर, पवन शर्मा, दिनेश शर्मा, संजीव ठाकुर, अनु राणा, वंदना ठाकुर, रुकमणी देवी, सुधीर ठाकुर और राकेश शर्मा ने बताया कि दुधारू पशु जब नए बछड़े या बछड़ी को जन्म देते हैं, तो वह पहले सप्ताह के दूध का घी और मक्खन माता को भेंट स्वरूप चढ़ाते हैं। साथ ही पूरे वर्ष के लिए जंगली जानवरों, बीमारियों और जहरीले कीट पतंगों से अपने पशुओं की रक्षा की कामना करते हैं।
मंदिर के पुजारी लक्की शर्मा ने बताया कि आषाढ़ मास के चौथे रविवार को हजारों श्रद्धालुओं ने मंदिर पहुंचकर माता का आशीर्वाद प्राप्त किया। मंदिर कमेटी और पुजारियों की ओर से मंदिर पहुंचने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए भंडारे का आयोजन भी किया गया। अब अगले यानी पांचवें रविवार को यहां मेला लगेगा।