पांवटा साहिब|
जिला सिरमौर के पांवटा साहिब में वीरवार को प्रवर्तन निदेशालय चंडीगढ़ की टीम ने एक फार्मा उद्योग पर छापेमारी की. चंडीगढ़ से 4 गाड़ियों में ईडी और बैंक के अधिकारी उद्योग परिसर में पहुंचे. सुरक्षा के लिए सिरमौर पुलिस से एक टुकड़ी भी साथ ली गई थी.
बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई एक जमीन विवाद के मामले में हो रही है. कुछ समय पहले जम्मू नारकोटिक्स की टीम ने निजी उद्योग मालिक को नशीली दवाइयों के मामले में गिरफ्तार किया था. उन पर आरोप है कि यह फर्म अवैध रूप से कोडीन सिरप बेच रही थी, जो एक नशीला पदार्थ है. इस मामले में ईडी ने पहले जिला प्रशासन से फर्म और 5 अन्य व्यक्तियों की संपत्तियों का विवरण मांगा था.
राजस्व अधिकारियों द्वारा की गई जांच में पता चला है कि निजी उद्योग के पास किशनपुरा गांव में 6.04 बीघा जमीन है, जो नीरज भाटिया के नाम पर है. इसके अलावा नवीन भाटिया के नाम पर 2.04 बीघा और 1.02 बीघा जमीन है. फिलहाल, ईडी की टीम हरियाणा के पानीपत में घर पर और पांवटा साहिब स्थित निजी उद्योग का रिकॉर्ड खंगालने में जुटी है.
हरियाणा के वरिष्ठ भाजपा नेता नीति सेन भाटिया के बेटे नीरज भाटिया की पांवटा साहिब स्थित दवा कंपनी पर ईडी की टीम ने दिनभर कार्रवाई जारी रखी. बताया जा रहा है कि नीरज भाटिया करनाल के पूर्व सांसद संजय भाटिया के रिश्तेदार हैं.
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी), जम्मू ने पिछले साल अगस्त में कोडीन सिरप की कथित अवैध बिक्री के लिए 14 जनवरी को दर्ज एक मामले में नीरज को गिरफ्तार किया था. ये मामला सिरमौर जिला के पांवटा साहिब में जमीनी विवाद से भी जुड़ा है. नशे के बड़े कारोबार में संलिप्त फार्मा कंपनियां पांवटा साहिब में अपना ब्लैक मनी इन्वेस्ट कर रही है, जिसको लेकर केंद्रीय एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय द्वारा जांच शुरू की गई है.
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अनुसार पांवटा साहिब में स्थित ये फार्मा कंपनी दवा के नाम पर नशे का कारोबार चला रही थी. अब ईडी ने नीरज भाटिया और उसके पूरे परिवार सहित उनके सभी पार्टनर्स पर नशे के अवैध कारोबार से कमाई गई काली कमाई की जांच शुरू कर दी है. बता दें कि नीरज भाटिया सिरमौर ड्रग मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन का अध्यक्ष भी रहा है.