शिमला : हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार के तीन वर्ष पूरे होने पर मंडी में आयोजित कार्यक्रम से पहले ही सियासत गरमा गई है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने कार्यक्रम को ‘जश्न’ से ‘संकल्प’ नाम देने पर सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि नाम बदलने से तीन साल की नाकामियां नहीं बदलतीं। कांग्रेस जनता की आंखों में धूल झोंकने की नई कोशिश कर रही है।
डॉ. बिंदल ने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव प्रचार के दौरान 28 लाख महिलाओं को 1500 रुपए, 1 लाख सरकारी नौकरियां, 5 लाख रोजगार, 300 यूनिट मुफ्त बिजली, दूध 100 रुपए प्रति लीटर सहित कई गारंटियां दी थीं पर तीन वर्षों में एक भी वादा पूरा नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि बेरोजगार युवा, कर्मचारी, आउटसोर्स, टेंपरेरी और रिटायर्ड वर्ग सब सड़क पर हैं। किसानों की हालत बदहाल है और महिलाएं आज भी अपनी गारंटियों का इंतजार कर रही हैं।
बिंदल ने आरोप लगाया कि सरकार ने तीन साल में 40,000 करोड़ रुपए का नया कर्ज लिया और प्रदेश का कुल कर्ज 1 लाख करोड़ के पार पहुंचा दिया, वहीं विकास कार्य और संस्थान बंद कर दिए।
भाजपा प्रवक्ता अजय राणा ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष विनय कुमार के आरोपों को ‘झूठ और भ्रामक’ बताते हुए सीधे चुनौती दी कि अगर केंद्र ने 15 रुपए भी नहीं दिए, तो सरकार 15 रुपए से ऊपर की सारी राशि तुरंत वापस कर दे।
अजय राणा ने बताया कि 2022 से 2025 के बीच केंद्र सरकार ने आपदा राहत, पुनर्निर्माण और शमन के लिए 3,451.43 करोड़ रुपए जारी किए, जबकि प्रदेश सरकार ने 769.82 करोड़ का अंशदान दिया। कुल 4,221.25 करोड़ रुपए आपदा प्रबंधन पर व्यय के लिए स्वीकृत किए गए।
उन्होंने बताया कि एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और एसडीएमएफ सहित कुल 3,283.71 करोड़ हिमाचल को जारी किए जा चुके हैं। साथ ही विश्व बैंक की 2,687 करोड़ रुपये की परियोजना को भी मंजूरी मिली है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस के तीन साल के जश्न में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की उपस्थिति को लेकर प्रदेश कांग्रेस खुद असमंजस में है, जो प्रदेश नेतृत्व पर केंद्रीय नेतृत्व के अविश्वास को दर्शाता है।
उन्होंने बताया कि 13 दिसंबर को शिमला के पीटरहॉफ में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा का भव्य अभिनंदन होगा, जिसमें हजारों कार्यकर्ता शामिल होंगे। बिहार में प्रचंड विजय के बाद नड्डा का यह पहला हिमाचल दौरा है।
राणा ने कहा कि नड्डा का दौरा कांग्रेस के “झूठ और विफल शासन” का पर्दाफाश करेगा और जनता केंद्र सरकार की संवेदनशीलता को फिर महसूस करेगी।






