
नाहन : दलित शोषण मुक्ति मंच जिला कमेटी सिरमौर ने रोहडू के चिड़गांव (लिम्बरा) में हुई जातिगत घटना की कड़ी निंदा की है।
मंच के राज्य सह संयोजक एवं जिला संयोजक सिरमौर आशीष कुमार ने कहा कि यह घटना पूरे समाज को झकझोर देने वाली है। 12 वर्षीय किशोर जिसे अभी यह भी नहीं मालूम कि जातिवाद क्या है, वह निर्दोष इस अमानवीय व्यवस्था की बलि चढ़ गया। यह असहनीय और दर्दनाक है।
उन्होंने सरकार और प्रशासन से मांग की कि इस घटना को गंभीरता से लेते हुए सभी आरोपियों को अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत तत्काल गिरफ्तार किया जाए।
पीड़ित परिवार को उचित मुआवज़ा और सुरक्षा दी जाए। दोषियों पर कठोर कार्रवाई हो, ताकि समाज में कानून का भय कायम हो।
आशीष ने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि सरकार ने तत्काल और कठोर कार्रवाई नहीं की तो मंच आम जनता को संगठित कर व्यापक आंदोलन शुरू करेगा, ताकि जातिवादी ताकतें यह समझ लें कि संविधान किसी किताब का नाम नहीं बल्कि दलितों और वंचितों की जीवन-रेखा है। उन्होंने बताया कि जिला मुख्यालय नाहन में 4 अक्टूबर को इसके विरोध में प्रदर्शन किया जाएगा और सरकार को डीसी के माध्यम से ज्ञापन भेजा जाएगा।






