उपलब्धि : हिमाचल के डॉ. वाईसी गुप्ता नेशनल हार्टीकल्चर बोर्ड में नर्सरी सलाहकार नियुक्त

बागवानी शिक्षा और अनुसंधान में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए जाने जाते हैं। उनकी नियुक्ति को क्षेत्र में उनकी दशकों की समर्पित सेवा और विशेषज्ञता की मान्यता के रूप में माना जाता है। गुप्ता वर्तमान में इंडियन सोसाइटी ऑफ ऑर्नामेंटल हॉर्टिकल्चर (आईएसओएच), नई दिल्ली के उपाध्यक्ष हैं और उन्हें कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।

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सोलन : डॉ. यशवंत सिंह परमार यूनिवर्सिटी नौणी के मंडी स्थित थुनाग कॉलेज के पहले डीन रहे सेवानिवृत्त प्रोफेसर डॉ. वाईसी गुप्ता को भारत सरकार के नेशनल हार्टीकल्चर बोर्ड (एनएचबी) में नर्सरी सलाहकार नियुक्त किया है।

नेशनल हार्टीकल्चर बोर्ड ने देश के चुनिंदा 12 वैज्ञानिकों की नियुक्ति की है, जिसमें सोलन के डॉ. गुप्ता भी शामिल हैं। डॉ.गुप्ता को एनएचबी योजना ने बागवानी के संवर्धन के लिए प्रौद्योगिकी विकास और हस्तांतरण के उप-घटक जिसमें फल/सब्जी/फूल नर्सरियों के प्रत्यायन और रेटिंग के तहत चुना गया है।

ये हैं उपलब्धियां
बागवानी शिक्षा और अनुसंधान में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए जाने जाते हैं। उनकी नियुक्ति को क्षेत्र में उनकी दशकों की समर्पित सेवा और विशेषज्ञता की मान्यता के रूप में माना जाता है। गुप्ता वर्तमान में इंडियन सोसाइटी ऑफ ऑर्नामेंटल हॉर्टिकल्चर (आईएसओएच), नई दिल्ली के उपाध्यक्ष हैं और उन्हें कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।

इसमें लोटस पुरस्कार और फ्लोरिकल्चर में डॉ. मनमोहन अत्तावर गोल्ड मेडल पुरस्कार शामिल हैं, दोनों ही आईएसओएच, आईएआरआई, नई दिल्ली द्वारा प्रदान किए गए हैं। उन्हें भारतीय बागवानी विज्ञान अकादमी द्वारा फेलोशिप पुरस्कार भी प्राप्त है, जो बागवानी समुदाय में उनके असाधारण योगदान का प्रमाण है। डॉ. गुप्ता अपने परिवार के साथ सोलन में रहते हैं।

उनकी पत्नी भूगोल की सेवानिवृत्त प्रोफेसर हैं। उनकी बेटी को हाल ही में हिमाचल प्रशासनिक सेवा (एचएएस) कैडर में पदोन्नत किया गया है। उनका बेटा वर्तमान में सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज, अंबोटा, ऊना, हिमाचल प्रदेश में प्रोफेसर के रूप में कार्यरत है।