नाहन: डा. वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज को नाहन शहर से बदलकर अन्यत्र स्थान पर ले जाने का निर्णय अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है. भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डा. राजीव बिंदल ने कहा कि यह निर्णय नाहन की जनता के साथ अन्याय और धोखा है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 265 करोड़ रुपए दिए थे, जिसके अंतर्गत भवन निर्माण का कार्य शुरू हुआ. एक भवन जो 11 मंजिल बनना था, वह 7 मंजिल बनने के बाद 2 वर्षों से रुका हुआ है और दूसरा भवन जो 11 मंजिल बनना था, वह कार्य भी विगत 2 वर्षों से आरंभ नहीं हो पाया.
बिंदल ने कहा कि किसी भी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के लिए प्रचूर मात्रा में पानी की आवश्यकता रहती है, जिसका पूर्ण रूपेण प्रावधान आगामी 15 वर्षों के लिए पहले ही किया जा चुका है. इसके लिए टैंको का निर्माण मेडिकल कॉलेज परिसर में किया जा चुका है. इसी प्रकार बिजली की आपूर्ति भी की जा चुकी है. बिंदल ने कहा कि मल्टी लेवल पार्किंग बनाने के लिए भी संपूर्ण योजना बनाई गई है. वेटनरी हॉस्पिटल की 7 बीघा भूमि को मेडिकल कॉलेज को स्थानांतरित करके लगभग 400 गाड़ियों की मल्टी लेवल पार्किंग बनाने का प्रावधान किया जा सकता है. इसी प्रकार शिमला रोड़ से सीधी सड़क मेडिकल कॉलेज परिसर में लाने के लिए ड्रॉइंग व डिजाइन मेडिकल कॉलेज में रखे गए हैं. इस प्रकार 500 बिस्तरों का अस्पताल, प्रशिक्षण संस्थान, पार्किंग, पेयजल व्यवस्था सब कुछ इसी स्थान पर किया जाना प्रस्तावित है.
बिंदल ने कहा कि इस स्थिति में नई भूमि का चयन करना और वहां नए सिरे से अस्पताल व मेडिकल कॉलेज बनाना नाहन की जनता के साथ धोखा है. विगत 2 वर्षों में चिकित्सा सुविधा में जो विस्तार होना चाहिए था, वो न करके राजनीति करने का जो प्रयास चल रहा है, वह निंदनीय है. आज नाहन में रोजगार के कई अवसर इस संस्थान के माध्यम से मिले हैं और जब नाहन में इसका विस्तार होगा तो लोगों को जहां चिकित्सा की विशेष सुविधा मिलेगी, वहीं रोजगार के माकूल अवसर पैदा होंगे.
डा. बिंदल ने कहा कि वर्तमान स्थान पर विश्व स्तरीय सीटी स्कैन, अल्ट्रा साउंड लैब लगाई जा चुकी है. 3 ऑक्सीजन प्लांट वर्तमान स्थान पर लगाए जा चुके हैं. आवश्यकता इस बात की है कि राजनीति न करते हुए अति शीघ्र दोनों 11 मंजिल भवनों का कार्य शुरू किया जाना चाहिए. पहले ही 2 वर्ष बर्बाद हो चुके हैं. इसके अतिरिक्त केंद्र सरकार ने नर्सिंग कॉलेज के लिए 70 करोड़ रुपए की स्वीकृति दे रखी है, वह कार्य भी अभी तक नहीं किया गया है. इसके अतिरिक्त माता एवं शिशु अस्पताल के लिए 20 करोड़ रुपए का प्रावधान है, जिसकी भूमि का चयन होने के बाद नक्शे इत्यादि अप्रूव किए जा चुके हैं. वह कार्य भी अभी शुरू नहीं किया गया है.
मेडिकल कॉलेज नाहन को शिफ्ट करने का निर्णय बेहद दुर्भाग्यपूर्ण, बिंदल बोले…
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डा. राजीव बिंदल ने कहा कि यह निर्णय नाहन की जनता के साथ अन्याय और धोखा है. विगत 2 वर्षों में चिकित्सा सुविधा में जो विस्तार होना चाहिए था, वो न करके राजनीति करने का जो प्रयास चल रहा है, वह निंदनीय है. आज नाहन में रोजगार के कई अवसर इस संस्थान के माध्यम से मिले हैं और जब नाहन में इसका विस्तार होगा तो लोगों को जहां चिकित्सा की विशेष सुविधा मिलेगी, वहीं रोजगार के माकूल अवसर पैदा होंगे.