मंडी : मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने वीरवार को दूसरे दिन भी मंडी जिला के सराज विधानसभा क्षेत्र के आपदा प्रभावित क्षेत्रों थुनाग, बगस्याड़, देजी, बाड़ा और स्यांज गांवों का दौरा किया।
देजी गांव में बादल फटने के कारण 11 लोग लापता हैं, जबकि बाड़ा में दो लोगों की मृत्यु हुई है। स्यांज गांव में 4 व्यक्तियों की मौत हुई है, जबकि 5 व्यक्ति अभी भी लापता हैं। मुख्यमंत्री ने सभी मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और शोक संतप्त परिवारों के साथ संवेदनाएं व्यक्त कीं।
पखरैर पंचायत घर में आपदा प्रभावितों ने मुख्यमंत्री को बताया कि इस बार आपदा में कई बादल फटे, बहुत सारा पानी एक साथ आया और लोग बड़ी मुश्किल से जान बचाकर भागे। मुख्यमंत्री ने राजस्व अधिकारियों को सभी तरह के नुकसान का आकलन तुरंत करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि जिन घरों में गाद भरी है या बड़े बड़े पत्थर आ गए हैं अथवा जो घर अब रहने के लिए असुरक्षित हैं, उनको पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त घरों की श्रेणी में डाला जाए, ताकि प्रभावितों को अधिक से अधिक मुआवजा मिल सके।
उन्होंने प्रभावित परिवारों को आश्वासन दिया कि उनके क्षतिग्रस्त सामान और पशुधन का मुआवजा भी सरकार देगी। मुख्यमंत्री ने राजस्व अधिकारियों को फूलों की खेती करने वाले किसानों और सेब बागवानों को हुए नुकसान का आकलन करने के भी निर्देश दिए।
प्रभावितों का हौसला बढ़ाते हुए उन्होंने कहा ”मैं आपदा के इस दुःखद समय में आपके साथ खड़ा हूं और आपको फिर से बसाने के लिए राज्य सरकार कैबिनेट से विचार करने के बाद विशेष राहत पैकेज जारी करेगी। आपदा बड़ी है, पुनर्वास में समय लगेगा लेकिन जितना भी पैसा लगे, राज्य सरकार आपकी पूरी मदद करेगी।’’
बाड़ा में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार आपदा प्रभावितों को फिर बसाने के लिए वन टाइम पॉलिसी लाने पर विचार करेगी। राज्य में 68 प्रतिशत भूमि वन भूमि होने के कारण मामला केंद्र सरकार की अनुमति के लिए भेजा जाएगा। थुनाग के वानिकी एवं उद्यानिकी कॉलेज की अस्थाई रूप से कक्षाएं मंडी जिले के सुंदरनगर में चलाई जाएंगी, ताकि विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित न हो।
सुक्खू ने कहा कि मंडी जिला, विशेष रुप से सराज क्षेत्र में बादल फटने के कारण काफी नुकसान हुआ है। उन्होंने राहत और बचाव कार्यों के लिए 7 करोड़ रुपए तुरंत प्रभाव से जारी कर दिए हैं। 2 करोड़ रुपए पहले ही प्रदान कर दिए हैं और अब लोक निर्माण विभाग और जल शक्ति विभागों को 2-2 करोड़ और बीडीओ को एक करोड़ रुपए और दिए जाएंगे, ताकि बहाली कार्यों में और गति लाई जा सके।
थुनाग विश्राम गृह में आपदा प्रभावितों की सहायता कर रही एन.सी.सी. की छात्राओं ने भी मुख्यमंत्री से भेंट की। मुख्यमंत्री ने उनके सेवा भाव की सराहना की। स्कूल की छात्राओं ने उन्हें स्कूल को हुए नुकसान के बारे में अवगत करवाया। मुख्यमंत्री ने वादा किया कि थुनाग में राज्य सरकार सीबीएसई आधारित स्कूल खोलेगी।
मुख्यमंत्री ने राहत एवं बचाव कार्यों में डटे एसडीआरएफ जवानों का हौसला भी बढ़ाया और उनके काम की सराहना की। सेना के 26 जवान लोगों की मदद में लगे हैं। उन्होंने सेना के सभी जवानों, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और होमगार्ड के साथ-साथ सभी स्वंयसेवी संस्थाओं का मदद के लिए आभार व्यक्त किया।
नाचन क्षेत्र के बागा, स्यांज व पंगल्यूर गांवों में भी पहुंचे सीएम
सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू नाचन विधानसभा क्षेत्र में आपदा प्रभावित परिवारों से मिले और उनका मनोबल बढ़ाया। उन्होंने आपदा प्रभावित बागा, स्यांज, पंगल्यूर गांव में हुए नुकसान का निरीक्षण किया। उन्होंने आपदा में मारे गए व्यक्तियों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और प्रभावितों को राज्य सरकार की ओर से उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री ने प्रभावितों से उनकी संपत्ति को हुए नुकसान के बारे में भी जानकारी ली। प्रभावितों की बात सुनकर मुख्यमंत्री व्यथित हो गए। रास्ते में अनेक स्थानों पर रुककर मुख्यमंत्री ने लोगों की बात को ध्यान से सुना। उन्होंने कहा कि आपदा बहुत बड़ी है और बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है, लेकिन राज्य सरकार हर प्रभावित का पुनर्वास करेगी और उनकी मदद करेगी।
नाचन विधानसभा क्षेत्र के बागा में 2 व्यक्तियों की मौत हुई है जबकि पंग्लयूर गांव में 9 लोग बह गए, जिनमें से चार शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि 5 व्यक्ति अभी भी लापता हैं। मुख्यमंत्री ने सभी प्रभावित परिवारों को भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार उनके दर्द को जानती है और इस दुःखद् समय में उनके साथ खड़ी है।