अर्की कालेज को सरकार ने दिए थे 1 करोड़, ठेकेदार ने कमेटी के साथ मिलकर किया ये बड़ा घोटाला

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सोलन : हिमाचल प्रदेश के जिला सोलन के अर्की कालेज में बड़ा घोटाला सामने आया है. इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए ठेकेदार को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही मामले की जांच तेज कर दी है. यह घोटाला उत्कृष्ट महाविद्यालय योजना के तहत मिली धनराशि से जुड़ा है.

इस घोटाले की शिकायत इसी साल 10 फरवरी को कालेज की प्राचार्य सुनीता ने पुलिस थाना अर्की में दी थी. शिकायत में कहा गया कि सत्र 2021-22 में राजकीय महाविद्यालय अर्की को उत्कृष्ट महाविद्यालय बनाया गया था, जिसके लिए हिमाचल सरकार द्वारा 1 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई थी.

कॉलेज रिकार्ड के अनुसार 1 करोड़ रुपये की राशि में से 8,81,950 रुपये की धनराशि बास्केटबाल कोर्ट, जबकि 3,00,000 रुपये की धनराशि को ओपन एयर जिम पर खर्च करना दर्शाया गया है. ये कुल धनराशि 11,81,950 रुपये बनती है, जिसका ठेकेदार नंदन कॉन्ट्रैक्टर्स सप्लायर मंडी को 19 मार्च 2022 को अर्की ट्रेजरी के माध्यम से बिल पास होने पर उसके खाते के माध्यम से भुगतान किया गया, लेकिन आज तक न तो अर्की कालेज कैंपस में बास्केटबाल कोर्ट बन पाया और न ही ओपन एयर जिम बन सका है.

आरोप है कि 8 मार्च 2022 को इस काम के लिए बनाई गई कॉलेज कमेटी द्वारा मिलीभगत से बिना काम करवाए ये धनराशि नंदन ठेकेदार को देने की सिफारिश कर दी गई. उपरोक्त कार्य को करवाने में प्रोसीजर लैप्स भी पाए गए, जिसमें बास्केटबाल कोर्ट बनाने के लिए 22 फरवरी 2022 को जीईएम पर बिडिंग की गई, जो 4 मार्च 2022 को ओपन की गई थी, जिसमें 05 कंपनियों ने बिडिंग में भाग लिया, लेकिन 4 कंपनियों को बिना किसी कारण के अयोग्य घोषित कर दिया गया और अकेले बिडर M/S Nandan Contractors & Supplier को योग्य घोषित करके 9 मार्च 2022 को उसे कांट्रैक्ट दे दिया गया.

12 मार्च 2022 को नंदन ठेकेदार को काम पूरा होने का सर्टिफिकेट भी जारी कर दिया गया था, जबकि इस तिथि तक न तो बास्केटबाल कोर्ट बना था और न ही ओपन एयर जिम बना था. 16 मार्च 2022 को इस सर्टिफिकेट के आधार पर उपरोक्त कार्य का बिल सब ट्रेजरी अर्की को प्रस्तुत किया गया जो 19 मार्च 2022 को पास हो गया था. 11,81,950 रुपये की धनराशि ठेकेदार के खाते में डाल दी गई.

आरोप है कि राजकीय महाविद्यालय अर्की के विकास के लिए उत्कृष्ट महाविद्यालय योजना के तहत आई धनराशि में से 11,81,950 रूपये की धनराशि को कालेज कमेटी के डा. जगदीश कार्यवाहक प्राचार्य चमन लाल द्वारा ठेकेदार के साथ मिलीभगत करके जाली दस्तावेज तैयार करके कपटपूर्वक गबन किया है. इस पर पुलिस थाना अर्की में केस दर्ज किया गया और इसके तुरंत बाद ही 9 अभियुक्तों ने न्यायालय में अग्रिम जमानत अर्ज़ी दी.

इस मामले की तफ्तीश के दौरान पुलिस थाना अर्की की टीम ने कालेज कार्य के रिकार्ड का अध्ययन किया और पर्याप्त साक्ष्यों के आधार पर आरोपी ठेकेदार नितीश शर्मा उर्फ नंदन निवासी टारना हिल मंडी को गिरफ्तार कर लिया.

मामले की पुष्टि एसपी सोलन गौरव सिंह ने की है. उन्होंने बताया कि आरोपी को सोमवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 3 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. मामले की जांच जारी है.