शिमला : हिमाचल प्रदेश में “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” का नारा एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गया है। सिरमौर के बाद अब जिला शिमला में छठी कक्षा की एक छात्रा के साथ यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया है। इस घटना से अभिभावकों और सामाजिक संगठनों में गहरा रोष व्याप्त है।
इस घिनौने कृत्य का आरोप उसी स्कूल के एक शास्त्री अध्यापक पर लगा है। छात्रा के माता-पिता की शिकायत पर पुलिस ने बालूगंज थाने में आरोपी शिक्षक के खिलाफ पोक्सो अधिनियम और छेड़छाड़ की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
इस मामले ने सोमवार को उस समय तूल पकड़ा, जब महिला समिति को इसकी भनक लगी। समिति ने इस घटना को लेकर स्कूल में हंगामा कर आरोपी अध्यापक का घेराव किया। इस दौरान उससे कई सवाल जवाब भी किए। महिला समिति की सचिव सोनिया सभरवाल ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि स्कूलों में बच्चियों के साथ इस तरह की वारदातें सामने आना बेहद चिंताजनक हैं।
उन्होंने बताया कि शास्त्री शिक्षक पिछले कई दिनों से छठी कक्षा की छात्रा को गलत तरीके से छू रहा था, जिसके कारण बच्ची काफी दिनों से स्कूल नहीं जा रही थी। काफी पूछने पर बच्ची ने अपनी बहन को बताया कि शिक्षक उसके साथ बदतमीजी कर रहा है, जिसके डर से वह स्कूल जाने से कतरा रही थी।
महिला समिति ने इस मुद्दे पर प्रशासन से भी मिलने और ऐसे जघन्य अपराधों को अंजाम देने वाले लोगों को नौकरी से बर्खास्त करने की अपील करने की बात कही।
उधर, बालूगंज पुलिस मामले की गहनता से जांच में जुट गई है और आरोपी के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। एसएसपी शिमला संजीव गांधी ने कहा कि पुलिस हर पहलू की गंभीरता से जांच कर रही है। आरोपी से पूछताछ की जा रही है।