नाहन : सीटू की जिला सिरमौर इकाई ने प्रदेश सरकार और निगम प्रबंधन से नाहन-टोंडा-कुफ्टू रूट की बस सेवा को पुनः बहाल करने की मांग की है। सीटू ने कहा कि इस बस सेवा को अचानक बंद किए जाने से लोगों में भारी रोष पनप रहा है।
सीटू के जिला महासचिव और लानाबाका पंचायत निवासी आशीष कुमार ने जारी बयान में कहा कि यह बस सेवा नाहन, पच्छाद और श्री रेणुका जी विधानसभा क्षेत्रों के लिए काफी महत्वपूर्ण है। ये बस रूट पिछले 51 वर्षों से अधिक समय से तीन विधानसभा क्षेत्रों की दर्जनों पंचायतों के लोगों को सेवा प्रदान कर रहा था, लेकिन सरकार ने इस रूट को हाल ही में बंद कर इसका परमिट निजी बस संचालक को जारी कर दिया है, जिसका लगातार विरोध हो रहा है।
उन्होंने कहा कि इस बस सेवा को बंद करना हिमाचल निर्माता डॉ. वाईएस परमार के ग्रामीण क्षेत्र के लिए देखे गए विकास के सपनों को तोड़ने जैसा है। यदि जल्द से जल्द इस बस को शुरू नहीं किया गया तो आम जनमानस के साथ मिलकर संघर्ष समिति का गठन किया जाएगा। सीटू गांव-गांव जाकर उनकी आवाज उठाएगी और लोगों को आंदोलन के लिए लामबंद करेगी।
सीटू महासचिव ने इस मसले पर स्थानीय कांग्रेसी और भाजपा के नेताओं और जनप्रतिनिधियों की चुप्पी पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने तीनों विधानसभा क्षेत्रों के कांग्रेसी नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये लोग केवल फोटो सेशन के लिए मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्रियों से बात करते हैं और जनता के हितों की अनदेखी करते हैं। क्षेत्र की समस्या को लेकर ये नेता सरकार के समक्ष अपनी आवाज नहीं उठाते। जनता को इनसे सवाल पूछने चाहिए।
उन्होंने कहा कि सरकार आम लोगों की सुविधा के लिए काम करें। सरकारें लोगों को मूलभूत सुविधा देने के लिए चुनी जाती हैं, न कि व्यापार के लिए। लिहाजा, इस बस सेवा को पुनः बहाल करने पर सरकार पुनर्विचार करें। अन्यथा उग्र आंदोलन खड़ा करने से भी लोग पीछे नहीं हटेंगे।