
नाहन : डॉ. वाई.एस. परमार पी.जी. कॉलेज नाहन के वाणिज्य विभाग द्वारा द जेइटगेइस्ट नामक एक विचारोत्तेजक शैक्षणिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम से छात्रों को इवेंट मैनेजमेंट सीखने, समकालीन व्यापारिक मुद्दों की खोज करने और अपनी सोच को प्रभावशाली प्रस्तुतियों के माध्यम से प्रदर्शित करने का मंच मिला।
कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ. विभव कुमार शुक्ल ने बतौर मुख्य अतिथि शिकरत की। उनके साथ उप-प्राचार्य डॉ. देवराज शर्मा, डॉ. विवेक नेगी, प्रो. भारती, प्रो. दीपा, प्रो. सुदेश, डॉ. जगपाल तोमर, डॉ. जयचंद, प्रो. विनोद, डॉ. प्रियंका, डॉ. पंकज चांडक, वाणिज्य विभागाध्यक्ष कमल डोगरा, प्रो. शुभम समेत विभिन्न विभागों के संकाय सदस्य उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का मूल्यांकन डॉ. यशपाल तोमर और डॉ. प्रवेश ने किया। अपने संबोधन में मुख्य अतिथि ने वाणिज्य विभाग को इस अनूठे व्यापार महोत्सव के आयोजन के लिए बधाई दी। साथ ही छात्रों को आलोचनात्मक सोच विकसित करने और अकादमिक ज्ञान को वास्तविक व्यापारिक व्यवहार से जोड़ने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम में व्यापारिक प्रस्तुतियों की एक श्रृंखला शामिल रही, जिसमें छात्रों ने विभिन्न विषयों पर प्रकाश डाला। देवांश और आयुष ने टाटा ट्रस्ट पर जानकारीपूर्ण प्रस्तुति दी। अर्नव और हर्षित ने भारत में स्टार्टअप्स और यूनिकॉर्न्स के उदय पर चर्चा की। मोनिका और आकांक्षा ने हल्दीराम की उल्लेखनीय यात्रा को दर्शाया। स्वाति और पवित्रा ने देश की महिला व्यापारिक नेताओं की सफलता की कहानियां प्रस्तुत कीं।
कविता और पीयूष ने क्रिप्टो करेंसी की अवधारणा को समझाया। मयंक और अश्विन ने लग्जरी घड़ियों पर प्रस्तुति दी। करण पाल और अमन ने ऑनलाइन गेम्स पर हाल ही में लगे प्रतिबंध का विश्लेषण किया, अयान और ईशान ने हिमाचल से उत्पन्न स्टार्टअप्स पर ध्यान केंद्रित किया।
व्यापारिक चर्चाओं के अलावा नृत्य और गायन जैसी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी हुईं, जिससे कार्यक्रम का माहौल उत्सवपूर्ण बन गया।
द जेइटगेइस्ट का एक विशेष आकर्षण फलक का बिक्री प्रदर्शनी रहा, जिसमें उन्होंने अपनी क्रोशिया डायरी और हस्तनिर्मित उपहार वस्तुएं प्रस्तुत कीं। इस पहल को छात्र स्तर पर उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए खूब सराहा गया, जिससे यह प्रदर्शित हुआ कि युवा नवप्रवर्तक कलात्मक कौशल और उद्यमशीलता की भावना को मिलाकर अनूठे उत्पाद बना सकते हैं और अपने साथियों को प्रेरित कर सकते हैं।
वाणिज्य विभागाध्यक्ष ने सभी का वार्षिक वाणिज्य महोत्सव में गर्मजोशी से स्वागत किया और वाणिज्य को सभ्यता की प्रेरक शक्ति और भविष्य को आकार देने वाला एक गतिशील क्षेत्र बताया। उन्होंने कहा कि यह महोत्सव छात्रों को अपनी प्रतिभा दिखाने, नवाचार और व्यापार नेतृत्व के लिए तैयार होने का मंच प्रदान करता है।
कार्यक्रम में आयोजन समिति के प्रबंधन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। फलक और हिमांक ने कार्यक्रम का नेतृत्व किया, जिसमें शौर्य और सुमित ने सहयोग किया। विशिष्ट जिम्मेदारियों में समृति ने स्टेज संचालन, मुस्कान ने सांस्कृतिक कार्यक्रम, दीपा ने सजावट, अनिकेतन ने अनुशासन, रोहित ने रिफ्रेशमेंट और अंकित व गुरशाज ने तकनीकी टीम की भूमिका निभाई।





